हल्लो दोस्तो आज के आलेख Chartered Accountant Meaning in Hindi में आप सभी का स्वागत है। दोस्तो आज के आलेख में प्रयुक्त पद Chartered Accountant के अर्थ को ही नहीं जानेंगे बल्कि कैरियर के रूप में भी इसके महत्ता को जान पाएंगे।
इसलिए आज के आलेख में हम निम्न बिंदुओं पर चर्चा करेंगे जैसे :- Chartered Accountant Meaning in Hindi, Chartered Accountant क्या है , योग्यता, नौकरी – अवसर एवं भारत में इसका शुरुआत आदि।
चार्टर्ड अकाउंटेंट का अर्थ | Chartered Accountant Ka Arth
Chartered Accountant अंग्रेजी से लिया गया शब्द है, जिसे हिंदी में कई नामों से जाना जाता है। जैसे :- सनदी लेखाकार, प्रामाणिक सरकारी लेखाधिकारी, अधिकृत लेखापाल, सनदी लेखापाल एवं चार्टरित लेखपाल आदि। Chartered Accountant को संक्षेप में C.A.भी कहा जाता है।
चार्टर्ड एकाउंटेंट | Chartered Accountant
आपने कभी तो मुनीम शब्द को सुना होगा ? यदि आप जानते हैं तो अच्छी बात है फिर ये भी जानते होंगे की उसका कार्य क्या था ? बस यही तो जानना है की आज मुनीम शब्द शब्द किसके लिए प्रयोग किया जाता है और आज के दौर में मुनीम को क्या कहा जाता है एवं उसका कार्य क्या है?
जब कोई राजा – महाराज अथवा बड़े – बड़े जमींदारों, साहूकारों अपने खर्चे का लेखा जोखा रखने अथवा वित्तीय सलाह देने के लिए किसी व्यक्ति को विशेष रूप से अपने यहाँ रखता था तो उसे मुनीम कहा जाता था। ठीक इसी प्रकार आज जो कम्पनी, एजेंसी अथवा सरकार अपने फण्ड का लेखा- जोखा रखने के लिए अथवा वित्तीय सलाह लेने के लिए जिस व्यक्ति की नियुक्ति की जाती है उसके पद को ही C.A. व चार्टेड अकाउंटेंट कहा जाता है। आज यही चार्टर्ड अकाउंटेंट अकाउंटिंग, ऑडिटिंग, कराधान और वित्तीय प्रबंधन के कार्य को संभालते हैं।
आप ये जानते ही होंगें कि किसी व्यक्ति को यदि डॉक्टर, शिक्षक, व् इंजीनियर बनाना है तो उन्हें विशेष डिग्री लेनी होती है और उनके लिए परीक्षाएं भी विशेष तौर पर आयोजित की जाती है। ठीक इसी प्रकार एक पेशेवर चार्टर्ड अकाउंटेंट बनने के लिए भी आपको विशेष डिग्री लेनी होती है और उसके विशेष प्रक्रिया से भी होकर गुजारनी पड़ती है।
जो व्यक्ति चार्टर्ड अकाउंटेंट जैसे पेशा से जुड़े होते हैं वे अकाउंटिंग, ऑडिटिंग, कराधान और वित्तीय प्रबंधन में अत्यधिक कुशल होते हैं इसके साथ ही साथ वे व्यवसायों, व्यक्तियों और संगठनों को कई प्रकार की सेवाएँ भी प्रदान करते हैं। वे सार्वजनिक लेखा फार्मों के अतिरिक्त निगमों, सरकारी एजेंसियों व् गैर लाभकारी संगठनों आदि में से किसी में भी काम कर सकते हैं।
चार्टर्ड एकाउंटेंट बनने की योग्यता | Eligibility Criteria of Chartered Accountant
किसी भी उम्मीदवार को विशेष पद के लिए नियुक्त करने से पहले कुछ मानदंड और प्रक्रिया निश्चित की जाती है ताकि उस पद के लिए बेहतर और विशेष व्यक्ति का चयन किया जा सके। ठीक ऐसे ही चार्टर्ड एकाउंटेंट (सीए) बनने के लिए भी योग्यता निर्धारित की गयी है जिसे पूरा करने के पश्चात ही आप C.A. पद के योग्य हो सकते हैं . जो निम्नलिखित है :-
सर्वप्रथम आपको किसी भी कॉलेज अथवा स्कूल से बारहवीं बोर्ड की परीक्षा पास करनी होगी। जो साइंस, आर्ट्स या कॉमर्स कोई भी स्ट्रीम हो क्योंकि बारहवीं पास करने के बाद ही आप आगे की पढ़ाई के लिए अपने विषय विशेष का चयन कर सकते हैं।
ठीक ऐसे ही C. A. प्रोग्राम में जाने के लिए एक कोर्स निश्चित किया गया है जिसका तीन स्तर है – फाउंडेशन, इंटरमीडिएट और फाइनल । जिसे पूरा करने के लिए आपके पास दो विकल्प है :-—
(i) पहला विकल्प यदि आपने बारहवीं के तुरंत बाद में जाने का मन बनाया है तो सर्वप्रथम आपको CA प्रोग्राम के लिए इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया (ICAI) में रजिस्ट्रेशन कराना होगा।
इसके बाद आपको एक एंट्रेंस एग्जाम देना होगा जिसे कॉमन प्रोफिशिएंसी टेस्ट (सीपीटी) अथवा इंटीग्रेटेड प्रोफेशनल कंपीटेंस कोर्स (IPCC) कहा जाता है। इस एंट्रेंस एग्जाम को ही फाउंडेशन कोर्स भी कहा जाता है।
सीपीटी पास करने के बाद ही आप इंटरमीडिएट में प्रवेश कर सकते हैं तथा इंटरमीडिएट में सफल होने के पश्चात ही आप फाइनल एग्जाम दे सकते हैं। आपके कोर्स ख़त्म होने के तत्पश्चात आपको एक अभ्यास चार्टर्ड एकाउंटेंट के तहत 3 साल की आर्टिकलशिप या व्यावहारिक प्रशिक्षण पूरा करना होगा।
प्रशिक्षण के दौरान आप अपने कार्य को अच्छे से समझ पाएंगे। सीए कोर्स और प्रशिक्षण को सफलतापूर्वक पूरा करने के बाद ही आईसीएआई का सदस्य बन पाएंगे।
(ii) दूसरा विकल्प इस प्रकार से है :
यदि आपने किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से वाणिज्य या प्रासंगिक क्षेत्र में स्नातक की डिग्री पूरी की है तो आपको फाउंडेशन कोर्स करने की आवश्यकता नहीं होती है। बल्कि सीधे आपको C. A. प्रोग्राम के लिए इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया (ICAI) में रजिस्ट्रेशन कराना होगा।
इसके पश्चात आप इंटरमीडिएट की एग्जाम देने के योग्य हो जाते हैं । अब यदि आपने इंटरमीडिएट की परीक्षा सफलता पूर्वक पास कर लिए है तो आप फाइनल एग्जाम देंगे और अपनी प्रशिक्षण को पूरा करेंगे जिसके बाद ही आप C.A. के मेंबर बन पाएंगे।
नौकरी / अवसर | Opportunity
सीए की पढ़ाई पूरी करनेके बाद आपके लिए जैसे नौकरी की जादुई पिटारा खुल गया हो क्योंकि आज देश – विदेश में कई कंपनियों खुली हुयी है। जहाँ आपको आसानी से नौकरी मिल सकती है क्योंकि हर कम्पनी को एक चार्टर्ड अकाउंटेंट की जरूरत पड़ती है।
इसके साथ ही साथ कई ऐसे क्षेत्र हैं जिसमें आप नौकरी कर सकते हैं जैसे :-सरकारी और निजी कंपनियों में फाइनेंस, अकाउंट्स एवं टैक्स डिपार्टमेंट में फाइनेंस मैनेजर, अकाउंट्स मैनेजर इतना ही नहीं बल्कि और भी कई महत्वपूर्ण पद हैं । जैसे :-
फाइनेंशियल बिजनेस एनालिस्ट, ऑडिटिंग/इंटरनल ऑडिटिंग, स्पेशल ऑडिट्स सहित चेयरमैन, मैनेजिंग डायरेक्टर, सीईओ, फाइनेंस डायरेक्टर, फाइनेंशियल कंट्रोलर, चीफ अकाउंटेंट, चीफ इंटरनल ऑडिटर आदि।
भारत में चार्टर्ड अकाउंटेंट की शुरुआत
भारत में सनदी लेखाधिकार अधनियम के तहत 1 जुलाई 1949 को निकाय के रूप में भारतीय सनदी लेखाकार संस्थान (Institute Of Chartered Accountant Of India) का स्थापना हुआ। आईसीएआई के संस्थापक श्री जीपी कपाड़िया को आईसीएआई के पहले सदस्य के रूप में सम्मान प्राप्त है।
उत्तर. C.A. का फुल फॉर्म Chartered Accountant है।
उत्तर. Chartered Accountant जिसका हिंदी अनुवाद सनदी लेखाकार अथवा प्रामाणिक सरकारी लेखाधिकारी है। यदि आसान भाषा में समझें तो इसे मुनीम भी कहा जाता है ।
उत्तर. भारत में प्रत्येक वर्ष 1 जुलाई को चार्टर्ड अकाउंटेंट दिवस के रूप में मनाया जाता है।