भगत सिंह के जीवन से सम्बंधित घटनाएं जो आज के युवा पीढ़ी को प्रेरणा देती है।

हम सबको बचपन से ही अक्सर सुनने को मिलता है “होनहार बिरवान के होत चिकने पात।” ये लोकक्तियाँ सरदार भगत सिंह के लिए पूरी  तरह से सार्थक साबित होता है। क्योंकि भगत सिंह जब बाल अवस्था में अपने मित्रों के साथ खेलते थे तब अपने साथी समूहों को दो टोली में बाँट देते  थे और दोनों पक्ष … Read more

प्रथम स्वतंत्रता संग्राम(1857 ई) को लेकर विभिन्न विद्वानों का मत

स्वतंत्रता संग्राम का उदय – प्राचीन काल से ही भारत के लोगों में एक धारणा बनी हुई है – “वसुधैव कुटुम्कम्ब “और  “अतिथि देवो भवा ” वैदिक काल में प्रत्येक कार्य को धर्म से जोड़कर किया जाता था यही वजह था जब अंग्रेज व्यापार करने के लिए भारत आये तो उसे यहाँ रुकने से मना नहीं कर पाए क्योंकि … Read more

Agar Bhagat Singh ko Fansi Nahi Hoti to Kya Hota?

दुर्भाग्य से भगत सिंह को बहुत कम उम्र में फांसी मिली. परन्तु आज के भारतीय स्वाभाविक रूप से यह कल्पना करना चाहेंगे की अगर उन्हें साजिश के तहत “केंद्रीय अस्सेम्ब्ली बम केस” में फसाया नहीं जाता और वो जीवित रहकर स्वतंत्रता की लड़ाई को आगे बढ़ाते तो क्या होता?   हमने इतिहास को फिर से पढ़ा … Read more